IPhone Founder Steve Jobs : ने कुंभ मेले पर लिखी थी एक चिट्ठी, जिसमें करोड़ों रुपयों में हुई थी नीलामी

By RTV News India

Updated on:

IPhone Founder Steve Jobs
---Advertisement---

IPhone Founder Steve Jobs: 50 साल पहले कुंभ मेले पर स्टीव जॉब्स ने लिखी थीं चिट्ठी, करोड़ों रुपयों में हुई थी नीलामी एपल के सह-संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए भारत आई हुई हैं. इस बीच कुंभ को लेकर स्‍टीव जॉब्‍स की 1974 में लिखी एक चिट्ठी चर्चा का विषय बनी हुई है. इस चिट्ठी में जॉब्स ने कुंभ मेले के प्रति अपनी रुचि और भारत आने की इच्छा जताई थी. इसे हाल ही में बोनहम्स की ओर से 5,00,312 अमेरिकी डॉलर (लगभग 4.32 करोड़ रुपये) में नीलाम किया गया. यह पत्र जॉब्स ने अपने 19वें जन्मदिन पर 23 फरवरी को अपने बचपन के दोस्त टिम ब्राउन को लिखा था. स्टीव जॉब्स ने पत्र में लिखा था, “मैं अब लॉस गैटोस और सांता क्रूज के बीच पहाड़ों में एक खेत में रह रहा हूं, मैं कुंभ मेले के लिए भारत जाना चाहता हूं, जो अप्रैल में शुरू होता है. मैं मार्च में किसी समय जाऊंगा, हालांकि अभी तक इसको लेकर निश्चित नहीं हूं.” इस पत्र के सामने आने के बाद एसा माना जा रहा है कि स्टीव जॉब्स की पत्नी पॉवेल अपने पति की इच्छापूर्ति के लिए महाकुंभ में आई हैं.

कुंभ मेला और स्टीव जॉब्स

कुंभ मेला भारत का एक विशाल धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है, जो हर 12 साल में चार पवित्र स्थानों (हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक) में आयोजित होता है। इस मेले में लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और पवित्र सरस्वती जैसी नदियों में स्नान करके अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। कुंभ मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक भी है।

स्टीव जॉब्स, एप्पल कंपनी के सह-संस्थापक, भारत यात्रा के दौरान अध्यात्म से प्रभावित हुए थे। कहा जाता है कि उन्होंने भारत के जीवन दर्शन और साधारणता से बहुत कुछ सीखा। कुंभ मेले जैसे आयोजनों ने उन्हें भारतीय संस्कृति की गहराई को समझने का मौका दिया। इस अनुभव ने उनकी सोच और जीवन में गहराई जोड़ी, जिससे वे दुनिया को एक नई दिशा देने वाले इनोवेटर बने।

Related Post

Leave a Comment