Nagpur Violence: नागपुर में औरंगजेब के कब्र को लेकर नागपुर में हुई हिंसा कहीं एक सूची सब्जी साजिश तो नहीं है सोमवार 17 मार्च 2025 की घटना के पीछे क्या कारण रहे हैं इसके बारे में 10 पॉइंट के जरिए जानिए पूरी जानकारी।
हिंसा की शुरुआत
सोमवार, 17 मार्च 2025 को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नागपुर के महाल इलाके में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। शाम को अफवाह फैली कि मुस्लिम समुदाय का पवित्र ग्रंथ जलाया गया, जिससे दो समूहों में टकराव शुरू हुआ
हिंसक झड़प में बदल गया पूरा माहौल
रात होते-होते महाल और हंसपुरी इलाकों में उपद्रवियों ने पथराव किया, कई गाड़ियों में आग लगा दी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। वहां के सारे लोगों ने बताया कि 200-300 की भीड़ ने पेट्रोल बम से अचानक हमला कर दिया। उग्र भीड़ के प्रदर्शन के कारण चारों तरफ अफरा तफरी मचगई।
पुलिस पर भी हुआ हमला
हिंसा के दौरान पुलिस उपायुक्त (DCP) निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ। जिससे उनके हाथ में गंभीर चोट आई। 20 से 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए बताया जा रहा है कि कुछ की हालत गंभीर है।
प्रशासन ने लिया तुरंत एक्शन
नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर इस हिंसा में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। 50-65 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया। जानकारी के मुताबिक हिंसा की जांच शुरू की गई।
लगा दिया गया कर्फ्यू
मंगलवार, 18 मार्च 2025 को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत नागपुर के 11 थाना क्षेत्रों (कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, आदि) में कर्फ्यू लगाया गया, जो अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।।।
मुख्यमंत्री ने की सभी से अपील
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुरवासियों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पूर्व नियोजित साजिश की आशंका
विधायक प्रवीण दटके ने इसे “पूर्व नियोजित साजिश” बताया। जबकि कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सपकाल ने गृह विभाग की नाकामी और मंत्रियों के भड़काऊ बयानों को जिम्मेदार ठहराया।
इस विवाद का क्या है कारण
VHP और बजरंग दल का दावा है कि उन्होंने केवल औरंगजेब का पुतला जलाया, लेकिन मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि प्रदर्शन में हरी चादर पर धार्मिक शब्द थे, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुईं।
मंगलवार सुबह तक गीता प्रभावित इलाकों में शांति बहाल की गई। भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया जले हुए वाहनों के निशान अभी भी दिखाई दे रहे हैं।
नागपुर में स्थिति एवं नियंत्रण में है लेकिन तनाव बरकरार है इस इंकार नहीं किया जासकता है। इस हमले के पीछे साजिश सरकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस थ्योरी पर जांच कर रही है। प्राथमिक जानकारी से पता चलता है कि अराजक तत्व ने जानबूझकर इस हिंसा को फैलायाहै। ।